हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा - The Indic Lyrics Database

हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - सुरैया | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - चार दीन | वर्ष - 1949

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हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा
हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा
बिनती ही बिनती में बीत गई आज शाम -२
हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा
हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ाज़ालिम ने जीवन के सपनों को चूर किया -२

हमको हमारी ही नज़रों से दूर किया
आँखों ही आँखों में दिल को मजबूर किया -२
बातों में बातों में रोक दिये सारे कामहाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा
हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ाभेदी कोई मन की नगरी को लूट गया -२

दामन मेरे दिल का हाथों से छूट गया
मुझ पर जो छाया था जादू वो टूट गया -२
मिलते ही आँखें मैं जपने लगी राम नामहाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा पाला पड़ा
हाय राम कैसे बेदर्दी से पाला पड़ा