कै दिन से जी है बेकल - The Indic Lyrics Database

कै दिन से जी है बेकल

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - दुल्हन एक रात किस | वर्ष - 1966

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कई दिन से जी है बेकल
ऐ दिल की लगन अब ले चल
मुझे भी वहाँ मेरे पिया है जहाँबिछड़ी नज़र नज़र से तो बेचैन हो गई
ऐसे लगा के जैसे कोई चीज़ खो गई
अब उनके बिना हूँ ऐसे
जैसे नैना बिन काजल
कई दिन से ...आती हैं उनके प्यार की मौजें मचल-मचल
कब तक कहूँगी दिल से मैं अपने सम्भल-सम्भल
जा देस पिया के उड़ जा तू मन के पंछी घायल
कई दिन से ...आई जो उनकी याद तो साँसें महक गईं
आँखों में बिजलियाँ सी हज़ारों चमक गईं
जिस ओर उठीं ये नज़रें लहराए प्यार के बादल
कई दिन से ...