छेद युं करती है कर के बदनामी - The Indic Lyrics Database

छेद युं करती है कर के बदनामी

गीतकार - कैफ इरफानी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - मदन मोहन | फ़िल्म - शेरू | वर्ष - 1957

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छेड़ यु करती है
दुनिया तेरे नाम के साथ
हंस के लेती है
मेरा नाम तेरे नाम के साथ

कर के बदनाम मेरी नींदें हराम
कहा चला गया
करने को बाटे करू तुझसे खयालो में
फिर भी ना मने दिल तोह क्या करूँ
कब तक भिगोया करू अश्को से पलके

कब तक जुदाई में आहें भरो
जब से हुयी शम मुझे रोने से काम
कहा चला गया तो

भटके नज़र मेरी
बन में चमन में
चैन मैं दिल का कही भी पाव ना
दिल में भड़क चले शोले जुदाई के
है इन्ही में कही जल जाऊ ना
हो ना बदनाम कही तेरा ही नाम
कहा चला गया तो.