जवान मुहब्बत हसीन आंखों में - The Indic Lyrics Database

जवान मुहब्बत हसीन आंखों में

गीतकार - किदार शर्मा | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - हमारी याद आएगी | वर्ष - 1961

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मुकेश:
(जवाँ मुहब्बत हसीन आँखों में
किस लिये मुस्कुरा रही है -२) -२
क्यूँ क्यूँ क्यूँ जीलता:
जो बात आई थी अपने दिल में
वो उनके दिल में -२
भी आ रही है
जो बात आई थीमु:
ये भीगी भीगी हसीन रातें -२
ये प्यारी प्यारी तिहारी बातें
तिहारी बातें
ल:
आऽ
बहार आई, बहार आकर
कोई नया गुल खिला रही है -२
बहार आई हैज़रा मेरा हाथ हाथ में लो
मु:
ज़रा मेरे दिल पे हाथ रख दो
हाथ रख दो
ल:
क्यूँ क्यूँ क्यूँ जी
मु:
सुनो तो इक बेज़ुबान दिल से
ये (कैसी आवाज़ आ रही है -२)ल:
जो बात आई है तेरे दिल में
वो मेरे दिल में -२
भी आ रही है
जो बात आई हैमु:
क़रीब आओ, गले लगा लूँ
यहाँ छुपा लूँ, यहाँ बसा लूँ
यहाँ बिठा लूँ
ल:
क्यूँ क्यूँ क्यूँ जी
मु:
मुझे बहुत प्यार आ रहा है
ल:
मगर मुझे लाज आ रही है -२दोनो:
जो बात आई थी अपने दिल में
वो उनके दिल में -२
भी आ रही है
जो बात आई थी