आवारागी ब रंग ए तमाशा बुरी नहीं - The Indic Lyrics Database

आवारागी ब रंग ए तमाशा बुरी नहीं

गीतकार - सगर सिद्दीकी | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - महताब (गैर फिल्म) | वर्ष - 1992

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आवारगी ब-रंग-ए-तमाशा बुरी नहीं
ज़ौक़-ए-नज़र मिले तो ये दुनिया बुरी नहींकहते हैं तेरी ज़ुल्फ़-ए-परीशाँ को ज़िंदगी
ऐ दोस्त ज़िंदगी की तमन्ना बुरी नहींहै नाख़ुदा का मेरी तबाही से वास्ता
मैं जानता हूँ नीयत-ए-दरिया बुरी नहींइस रहज़न-ए-हयात ज़माने से दूर चल
मर भी गये तो चादर-ए-सहरा बुरी नहीं