खामोश क्यों हो तारो उम्मीद के सहारो - The Indic Lyrics Database

खामोश क्यों हो तारो उम्मीद के सहारो

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - अलिफ़ लैला | वर्ष - 1953

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ल: ख़ामोश क्यों -२
क्यों हो तारो उम्मीद के सहारो
तुम ही उन्हें बुलाओ
तुम ही उन्हें पुकारो
ख़ामोश क्योंख़ामोश क्यों
र: वीरान दिल की धड़कन आवाज़ दे रही है
तुम सामने तो आओ पर्दानशीं बहारो
ख़ामोश क्योंख़ामोश क्यों
ल: सच मुच मेरी दुआयें क्या तुमको खींच लाईं
मेरे क़रीब आ कर इक बार फिर पुकारो
ख़ामोश क्योंख़ामोश क्यों
र: बेचैन आरज़ूएं कब से तरस रही हैं
तुम दूर दूर क्यूँ हो उल्फ़त की यादगारो
ख़ामोश क्यों
क्यों हो तारो उम्मीद के सहारो
ल: तुम ही उन्हें बुलाओ
तुम ही उन्हें पुकारो
र: ख़ामोश क्यों