गीतकार - असद भोपाली | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - लुटेरा | वर्ष - 1965
View in Romanरात से कहो रुके ज़रा -२
मेरी जवानी का रक़्स वो देखले ज़रा
रात से कहो ...ए मेरे मेहरबानों ये मेरी बात मानो
फिर ना कभी ये रात आएगी
आई भी जो रात ना ये बात आएगी
मैं आज हूँ कल कहाँ
रात से कहो ...ऐ मुस्कराने वालों जी भर के मुस्करा लो
जाने फिर दिल का क़रार हो ना हो
ये जलवा ये रक़्स-ए-बहार हो ना हो
जो आज है कल कहाँ
रात से कहो ...