दिल ही तो है ना संग ओ किश्त दर्द से भर ना आये क्यूं - The Indic Lyrics Database

दिल ही तो है ना संग ओ किश्त दर्द से भर ना आये क्यूं

गीतकार - ग़ालिब | गायक - बेगम अख्तर | संगीत - | फ़िल्म - अपनी सर्वश्रेष्ठ बेगम अख्तर (गैर-फिल्म) में | वर्ष - 1985

View in Roman रोइये ज़ार-ज़ार क्या कीजिये हाय-हाय क्यूँ
'>

दिल ही तो है न संग-ओ-ख़ीश्त दर्द से भर न आये क्यूँ
रोयेंगे हम हज़ार बार कोई हमें सताये क्यूँदैर नहीं हरम नहीं दर नहीं आस्ताँ नहीं
बैठे हैं रहगुज़र पे हम गैर हमें उठाये क्यूँक़ैद-ए-हयात-ओ-बन्द-ए-ग़म अस्ल में दोनों एक हैं
मौत से पहले आदमी ग़म से नजात पाये क्यूँ'ग़ालिब"-ए-ख़स्ता के बग़ैर कौन से काम बन्द हैं
रोइये ज़ार-ज़ार क्या कीजिये हाय-हाय क्यूँ