जनम जनम जनम साथ चलना यूँही - The Indic Lyrics Database

जनम जनम जनम साथ चलना यूँही

गीतकार - अमिताभ भट्टाचार्य | गायक - अंतरा मित्रा - अरिजीत सिंग | संगीत - प्रीतम | फ़िल्म - दिलवाले | वर्ष - 2015

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जनम जनम जनम साथ चलना यूँही
कसम तुम्हें कसम आके मिलना यहीं
एक जां है भले दो बदन हो जुदा
मेरी होके हमेशा ही रहना कभी ना कहना अलविदा
मेरी सुबह हो तुम्हीं और तुम्हीं शाम हो
तुम दर्द हो तुम ही आराम हो
मेरी दुआओं से आती है बस ये सदा
मेरी होके हमेशा ही रहना कभी ना कहना अलविदा
तेरी बाँहों में हैं मेरे दोनो जहां
तू रहे जिधर मेरी जन्नत वहीं
जल रही अगन है जो ये दो तरफा
ना बुझे कभी मेरी मन्नत यही
तू मेरी आरज़ू, मैं तेरी आशिक़ी
तू मेरी शायरी, मैं तेरी मौसीक़ी
तलब तलब तलब बस तेरी है मुझे
नसों में तू नशा बन के घुलना यूँही
मेरी मोहब्बत का करना तू हक़ ये अदा
मेरी हो के हमेशा ही रहना कभी ना कहना अलविदा
मेरी सुबह हो तुम्हीं और तुम्हीं शाम हो
तुम दर्द हो तुम ही आराम हो
मेरी दुआओं से आती है बस ये सदा
मेरी होके हमेशा ही रहना कभी ना कहना अलविदा