पुकारें कब से तुमको मैं भी हुं मजबूर साजन - The Indic Lyrics Database

पुकारें कब से तुमको मैं भी हुं मजबूर साजन

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - आशा भोंसले, मुकेश | संगीत - अजीत मर्चेंट | फ़िल्म - चैलेंज | वर्ष - 1964

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पुकारें कब से तुमको चाँद और तारे
चले आओ चले आओआ : मैं भी हूँ मजबूर साजन दिल भी है मजबूर
मु : फिर भी प्यार के मारे दो दिल रह न सकेंगे दूर
आ : मैं भी हूँ मजबूर ...मु : दूर थी अँखियाँ तुमसे लेकिन दिल पास तुम्हारे
आ : हम भी कभी न भूले तुमको गवाह हैं चाँद सितारे
मु : मिल के बिछड़ना बिछड़ के मिलना उल्फ़त का दस्तूर
ये तो उल्फ़त का दस्तूरआ : जब तक एक भी साँस हैं बाकी लूँगी नाम तुम्हारा
मु : हम न रहेंगे तो भी जहाँ में रहेगा प्यार हाअरा
आ : तुम ही मेरे दिल का उजाला तुम आँखों का नूर
साजन तुम आँखों का नूर
मैं भी हूँ मजबूर ...