दो घड़ी बहला गई परछाईयां - The Indic Lyrics Database

दो घड़ी बहला गई परछाईयां

गीतकार - Nil | गायक - भूपेंद्र | संगीत - Nil | फ़िल्म - ये नज़दीकियां | वर्ष - Nil

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दो घड़ी बहला गई परछाईयां
फिर वही हम है वही तनहाईयाँ
रसमसाता जिस्म पूनम की छटा
ये घनेरे बाल सावन की घटा
तुम जो हँसकर बादलों को देख लो
बिजलियाँ लेने लगे अंगड़ाईयाँ
जो भी इन आँखों में खोया खो गया
जो तुम्हारा हो गया बस हो गया
डूबनेवाला न फिर उभरा कभी
उफ् निगाह-ए-नाज़ की गहराइयाँ
तुम मेरी दुनिया मेरा ईमां भी हो
तुम मेरी हसरत तुम्ही अरमां भी हो
तुम जो हो तो हर तरफ संगीत है
तुम नहीं तो ज़हर है शहनाईयाँ