वो तीर दिल पे चला जो तेरी कमान में है - The Indic Lyrics Database

वो तीर दिल पे चला जो तेरी कमान में है

गीतकार - मजरूह | गायक - रफ़ी, आशा | संगीत - रोशन | फ़िल्म - आरती | वर्ष - 1962

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वादा कर के किसी से ना आना

वादा कर के किसी से ना आना

हाय

ऐसा भी क्या दिल जलाना

सु : ओ

गी : दिल की दुनिया में

हाँ चुपकेचुपके

दिल की दुनिया में

हाँ चुपकेचुपके

देखोदेखो सजन तुम न आना

सु : देखो जी आ गये आने वाले

गी : आने वाले हैं सब जाने वाले

जाने वालों से क्या दिल लगाना

देखोदेखो सजन तुम न आना

दिल की दुनिया में

हाँ चुपकेचुपके

देखोदेखो सजन तुम न आना

सु : दिल का नज़राना लाया हूँ ले लो

आओ जी इस खिलौने से खेलो

गी : खेलते में खिलौना जो टूटे

तब सजन हमसे रूठ न जाना

देखोदेखो सजन तुम न आना

सु : देखो कोयल ने हमको पुकारा

कर रही है मुअब्बत इशारा

ज़िंदगी की हर इक शय जवाँ है

कह रहा है ये मौसम सुहाना

गी : देखोदेखो सजन तुम न आना

सु : दिल की दुनिया में

हाँ चुपकेचुपके

गी : देखोदेखो सजन तुम न आना