गीतकार - समीर | गायक - सहगान, अभिजीत, अनुराधा श्रीराम | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - बीवी नंबर 1 | वर्ष - 1999
View in Romanचुनरी चुनरी चुनरी चुनरी
लाल गंज के लाल बाग से लाल चुनरिया लाई
लाल रंग में डाल डाल के लाल लाल रंगवाई
आजा ना छू ले मेरी चुनरी सनम
कुछ ना मैं बोलूँ तुझे मेरी कसम
आई जवानी सर पे मेरे
तेरे बिन क्या करूँ जवानी बेरहम हाय
आजा ना छू ले ...मेरी चुनरी लाल रंग की शरमाए घबराए
तू जो डाले इस पे नज़र ये और लाल हो जाए
तेरी चुनरी लिपट लिपट के पागल मुझे बनाए
पहले से ही तड़प रहा था और मुझे तड़पाए
जान-ए-तमन्ना कर ना ऐसे सितम
कुछ ना मैं बोलूँ ...चिकने चिकने बदन से तेरे सर सर चुनरी सरके
ऐसा लगे के बिन बादल अम्बर पे बिजली कड़के
जी करता है ये बिजली मैं तुझ पे आज गिराऊँ
तुझ को भर लूँ बाहोँ में ये चुनरी तुझे उड़ाऊँ
बढ़ता ही जाए दर्द हो ना खतम
कुछ ना मैं बोलूँ ...