लुट रह है कोई शायादी - The Indic Lyrics Database

लुट रह है कोई शायादी

गीतकार - पं. मधुर | गायक - अनिमा दासगुप्ता | संगीत - कमल दासगुप्ता | फ़िल्म - जवाबी | वर्ष - 1942

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लूट रहा -२
लूट रहा है कोई शायद लूट रहा है कोई
लूट रहा -२
लूट रहा है कोई शायद लूट रहा है कोईधीरे-धीरे मैंने अपने दिल की दौलत खोई -२
लूट रहा -२
लूट रहा है कोई शायद लूट रहा है कोईडाकू भी है भोला-भाला
तोड़ा जिसने दिल का ताला
जाग रही हूँ मैं दुनिया में -२
या अब तक हूँ सोई
लूट रहा -२
लूट रहा है कोई शायद लूट रहा है कोईछुपा सकी न प्रेम-ख़ज़ाना
कर न सकी मैं कोई बहाना
क्या लुटने में मज़ा है आता -२
जो अब तक न रोई
लूट रहा -२
लूट रहा है कोई शायद लूट रहा है कोई