वो पास रहें या दूर रहें - The Indic Lyrics Database

वो पास रहें या दूर रहें

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल -भगतराम | फ़िल्म - बड़ी बहनो | वर्ष - 1949

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वो तीर दिल पे चला जो तेरी कमान में है

वो तीर दिल पे चला जो तेरी कमान में है

आ : हाय किसी की आँख में जादू तेरी ज़ुबान में है

र : नज़र में आते ही तुम तो जिगर में समाए सनम

जिगर में आते ही दिल की तरफ़ बढ़ाए क़दम

कहीं ठहरती नहीं जो उसी अदा की क़सम

ज़मीं पे है वही बिजली जो आसमान में है

आ : हाय किसी की आँख

ये माना रंग मोहब्बत के हो चले गहरे

मगर लबों पे हैं दिलों पे हैं पहरे

जो बेक़रार हो दिल से कहीं वो क्या ठहरे

अभी तो हुस्न मोहब्बत के इम्तहान में है

र : वो तीर दिल पे चला

आ : तुम्हारी आँखों के आगे ये दिन ये रात कहाँ

र : गुलों की शाख कहाँ एक सनम का हाथ कहाँ

आ : हसीन देखे हज़ारों मगर ये बात कहाँ

दो : ये बात और है जो तेरी आनबान में है

किसी की आँख