ये कौन चल मेरी आंखों मन समा कारो - The Indic Lyrics Database

ये कौन चल मेरी आंखों मन समा कारो

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - उमा देवी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दर्द | वर्ष - 1947

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ये कौन चला, ये कौन चला
ये कौन चला हाए ये कौन चला
मेरी आँखों में समा कर
मेरी रग-रग में समा कर
ये कौन चलादिल टूट रहा है मेरा जी छूट रहा है
ऐसे न जाए कोई मजबूर बना कर
मेरी आँखों में समा कर
मेरी रग-रग में समा कर
ये कौन चला
ये कौन चला हाए ये कौन चलाजाग ऐ ग़म-ए-फ़ुरक़त लुटी जाती है मुसरत
सोई हुई मासूम तमन्ना को जगा कर
मेरी आँखों में समा कर
मेरी रग-रग में समा कर
ये कौन चला
ये कौन चला हाए ये कौन चलाजाने ये हवाएं यहां कब लौट के आएं
यहां कब लौट के आएं
चाल दें मेरी कशती को तूफ़ां में फँसा कर
मेरी आँखों में समा कर
मेरी रग-रग में समा कर
ये कौन चला
ये कौन चला हाए ये कौन चला