क्या कराटे द साजना तुम हमसे दुउर रहके - The Indic Lyrics Database

क्या कराटे द साजना तुम हमसे दुउर रहके

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - | संगीत - आनंद, मिलिंद | फ़िल्म - लाल दुपट्टा मलमल का | वर्ष - 1988

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क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रहके
हम तो जुदाई में अकेले
छुप-छुप के रोया करते थेक्या बतलाएं जान-ए-जाँ हम तुमसे दूर रहके
अक़्सर दुआओं में ख़ुदा से
तुमको ही माँगा करते थेजो पूछती थी सखियाँ बेचारी
ये रोग कैसा तुझको है प्यारी
चुप चुप उनका मुँह देखती थी
करती भी क्या मैं बिरहा की मारीवो दिन भि क्या दिन थे सनम
मजबूर तुम लाचार हम
बस आहें भरा करते थे
तुमको ही माँगा करते थे ...माना जुदाई का मौसम बुरा था
उसका भी लेकिन अपना मज़ा था
थोड़ा तड़पना थोड़ा सिसकना
सच पूछिये तो अच्छा लगा थाक्या चीज़ है ये प्यार भी
सुख में हसीन दुःख में हसीन
न पूछो कि क्या करते थे
तुमको ही माँगा करते थे ...