फगन की रुत आई रे - The Indic Lyrics Database

फगन की रुत आई रे

गीतकार - डी एन मधोकी | गायक - सितारा, अमृत लाल | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - होली | वर्ष - 1940

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सि : फागन की रुत आई रे ज़रा बाजे बाँसरी
बाल मोहन हरजाई रे नहीं बाजे बाँसरी
फागन की रुत ...सोने की गागर में रंग बनाया
रूप की पिचकारी लाई रे ज़रा बाजे बाँसरी
फागन की रुत ...जोबन पे जोबन है शोख़ी पे शोख़ी
नैनन में लाली आई रे ज़रा बाजे बाँसरी
फागन की रुत ...अ : मेरा सन्देशा कोई उनसे कहना
फिर से तेरी याद आई रे ज़रा बाजे बाँसरीसि : मेरे हुए आज मैं जिनकी हो ली
होली के दिन होली आई रे ज़रा बाजे बाँसरी
फागन की रुत ...