दिल हो उन्हें मुबारक जो दिल को धुंधते हैं - The Indic Lyrics Database

दिल हो उन्हें मुबारक जो दिल को धुंधते हैं

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - चांदनी रात | वर्ष - 1949

View in Roman

दिल हो उन्हें मुबारक जो दिल को ढूँढते हैं -२
हम दिल से हाथ धो कर क़ातिल को ढूँढते हैं -२ए मौत आ के तू ही अब रास्ता दिखा दे -२
दर-दर भटकने वाले -२
मंज़िल दो ढूँढते हैं -२
हम दिल से हाथ ...जब मिट रही हो हस्ती खो जाए दिल तो क्या ग़म -२
उल्फ़त में मिटने वाले सब दिल को ढूँढते हैं -२नादाँ थे कितने हम भी दुनिया के सफ़र में
खुद ही डुबो के कश्ती साहिल को ढूँढते हैं
हम दिल से हाथ ...