बादल बहारन नज़ारे पर्वत नदी और धारे - The Indic Lyrics Database

बादल बहारन नज़ारे पर्वत नदी और धारे

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अभिजीत | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - एक था दिल एक थी धड़कन | वर्ष - 1998

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बादल बहारें नज़ारे पर्वत नदी और धारे
चाँद और सूरज सितारे मैं कदमों में रख दूं तुम्हारे
मेरे सनम तेरा करम कैसे करूं मैं शुक्रिया
लेकिन मुझे तू चाहिये कुछ भी नहीं तेरे सिवागाए हवा गाए फ़िज़ा गाते हैं ये झरने भी
तुम ज़रा गाने लगे गीत गाएं गुनगुनाएं भंवरे भी
सुन तो ज़रा ओ मेरे महबूब सुन ले ज़रा
मेरे प्यार भरे नग़्में तेरे
चाँद और सूरज सितारे ...तुम जो फूलों के रंग किरणों के रंग
सात रंग ले के आऊं तेरे लिए
मौसम के रंग अम्बर के रंग सारे रंग मैं सजाऊं
तेरे लिए ओ मेरे महबूब तेरे लिए
हर रंग में कहती हूँ मैं मेरे देवता कितना तुझे
जो रंग में रंग है तेरा उस रंग में रंग दे मुझे