तुमसे मिलकर ना जाने क्यूं - The Indic Lyrics Database

तुमसे मिलकर ना जाने क्यूं

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - कविता कृष्णमूर्ति | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - प्यार झुकता नहीं | वर्ष - 1984

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तुमसे मिलकर ना जाने क्यूं और भी कुछ याद आता है
आज का अपना ये प्यार नहीं है जन्मों का ये नाता हैऐ मेरी माँ एक बार तो बढ़के प्यार से अपनी बाहों में ले ले
बरसों से बचपन ममता को तरसा आज तो तेरी गोद में खेले
कैसे बताऊं प्यार तेरा कितना मुझे तड़पाता है
तुमसे मिलकर ना जाने ...माँ ओ माँ मैं तेरे दिल में हूँ कि नहीं हूँ तू तो मेरी नस नस में बसी है
तेरे दिल का टुकड़ा हूँ ऐ माँ जान सके तो जान ले मुझको
तेरे ही बाग का फूल हूँ मैं पहचान सके तो पहचान ले मुझको
माँ ओ माँ तू आती है जितना पास मेरे दिल और भी खिंचता जाता है
तुमसे मिलकर ना जाने ...