वो अपनी याद दिलाने को - The Indic Lyrics Database

वो अपनी याद दिलाने को

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - NA | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - शहीद | वर्ष - 1948

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वो अपनी याद दिलाने को

वो अपनी याद दिलाने को

इक इश्क़ कि दुनिया छोड़ गये

जलदी में लिपिस्टिक भूल गये

रूमाल पुराना छोड़ गये

आशिक़ जो हुए थे हम उनपर

दिनरात लगाते थे चक्कर

सब कुछ तो बताया हम ने मगर

पिट जाने का क़िस्सा छोड़ गये

दौलत का हमें अरमान रहा

इस इश्क़ में भी नुक़सान रहा

दो आने का भी जो बिक न सका

पीतल का वो बुन्दा छोड़ गए

मुफ़लिस थे जनाबएमजनूँ भी

सुनते हैं जब उनकी मौत आई

पाकिट से न निकली इक पाई

लैल का वो कुत्ता छोड़ गये

जीने से हैं हम अपने ख़फ़ा

और मरने से है डर लगता

थे मर्द जिन्हों ने ज़हर पिया

आराम से दुनिया छोड़ गये

तलवार दिखा कर हम ने कहा

करती हो हमें तुम क्यों रुसवा

सुन लोगी किसी दिन मुरलीधर

इस इश्क़ में दुनिया छोड़ गये