ओ दूर जाने वाले - The Indic Lyrics Database

ओ दूर जाने वाले

गीतकार - कमर जलालाबादी | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - प्यार की जीत | वर्ष - 1948

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ओ कृश्न कन्हाई

ओ कृश्न कन्हाई4

आशाओं की दुनिया में है क्यूँ आग लगाई

ओ कृश्न कन्हाई

क्या ऊँचनीच तेरे यहाँ पर भी भगवान

ऐसा नहीं तो क्यूँ है ये संसार में तूफ़ान

पीने को है तैयार लहू भाई का भाई

ओ कृश्न कन्हाई

दुनिया के भेदभाव को भगवान मिटा दे

भगवान मिटा दे

बिछड़े हुओं को फिर से एक बार मिला दे

एक बार मिला दे

गोपाल मेरे

गोपाल मेरे क़ैद से देदे तू रिहाई

आशाओं की दुनिया में है क्यूँ आग लगाई

ओ कृश्न कन्हाई

निरधन को ये धनवान समझते नहीं इंसान

माया के पुजारी बने ख़ुद बैठे हैं भगवान

इंसाफ़ न करना था तो क्यूँ दुनिया बसाई

ओ कृश्न कन्हाई

कृश्न कन्हाई

आशाओं की दुनिया में है क्यूँ आग लगाई

ओ कृश्न कन्हाई