तू ही बता ज़िन्दगी जो भी हुआ - The Indic Lyrics Database

तू ही बता ज़िन्दगी जो भी हुआ

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - रूप कुमार राठौड़ / श्रेया घोषाल | संगीत - शंकर-एहसान-लॉय | फ़िल्म - शमा परवाना | वर्ष - 1954

View in Roman

तू ही बता ज़िन्दगी जो भी हुआ क्यूँ हुआ
खोई है क्यूँ हर ख़ुशी किस की लगी बददुआ
किसे-किसे जवाब दूँ
बुझा-बुझा ये दिल है क्यूँ
क्या मैं कहूँ बिखरा क्यूँ सपना मेरा
तू ही बता ज़िन्दगी ... क्यूँ हुआ
फीके-फीके दिन काली रातें
आँसुओं के जैसी बरसातें
पूछे मुझसे जो दिल की बातें
क्या मैं कहूँ दर्द क्यूँ दिल को मिला
तू ही बता ज़िन्दगी ... क्यूँ हुआ
सूना-सूना सा है अब ये मन
डूबी-डूबी सी है अब धड़कन
जाऊँ कहाँ अब यही है उलझन
क्या मैं कहूँ खोया क्यूँ रस्ता मेरा
तू ही बता ज़िन्दगी ... लगी बददुआ
किसे-किसे जवाब दूँ ... सपना मेरा
तू ही बता ज़िन्दगी ... क्यूँ हुआ$