गीतकार - शैलेंद्र | गायक - लता | संगीत - सी रामचंद्र | फ़िल्म - अनारकली | वर्ष - 1953
View in Romanआ जा अब तो आ जा मेरी क़िस्मत के ख़रीदार
नीलाम हो रही है मेरी चाहत सर-ए-बाज़ार
सब ने लगाई बोली ललचाई हर नज़र
मैं तेरी हो चुकी हूँ दुनिया है बेख़बर
ज़ालिम बड़े भोले हैं मेरे ये तलबगार
हस्रत भरी जवानी ये हुस्न ये शबाब
रँगीन दिल को महफ़िल मेरे हसीन ख़्वाब
गोया कि मेरी दुनिया लूटने को है तैयार$