तुझे चांद कहुं या फूल कहुं - The Indic Lyrics Database

तुझे चांद कहुं या फूल कहुं

गीतकार - फारूक कैसर | गायक - लता मंगेशकर, मुकेश | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - सुनहरी नागिन | वर्ष - 1963

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मु : तुझे चाँद कहूँ या फूल कहूँ
मेरे प्यार का कोई नाम नहीं हाय नाम नहीं
ल : मैं तेरी नज़र में बस जाऊँ
दुनिया से मुझे कोई काम नहीं हाय काम नहींमु : ज़ुल्फ़ों की चमक ये कहती है
तू कोई सुनहरी नागिन है
ल : हर साँस में शोला तड़पे है
हर गीत में दिल की धड़कन है
मु : आँखों में नशा सा छाया है
और हाथ में मेरे जाम नहीं हाय जाम नहीं
ल : मैं तेरी नज़र ...दो-चार घड़ी का मिलना ये
अब सारी उमर का बन्धन है
मु : तुम नाम वफ़ा का लेते हो
दुनिया तो वफ़ा की दुश्मन है
ल : दो प्यार भरे दिलवालों को
दुनिया में कहीं आराम नहीं
मु : तुझे चाँद कहूँ ...
ल : मैं तेरी नज़र ...