बचपन के दिन भुला ना देना - The Indic Lyrics Database

बचपन के दिन भुला ना देना

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, लता मंगेशकर, शमशाद बेगम | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - दीदार | वर्ष - 1951

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both kids are riding on a horse
ल: ओऽ बचपन के दिन भुला न देना -२
श: आज हँसे कल रुला न देना -२
दो: ओऽ बचपन के दिन भुला न देना

श: ( लम्बे हैं जीवन के रस्ते
आवो चलें हम गाते-हँसते ) -२
गाते-हँसते
आऽ
ल: ( दूर देश एक महल बनायें
प्यार का जिसमें दीप जलायेँ ) -२
दीप जलायें
श: दीप जलाकर बुझा न देना
दो: आज हँसे कल रुला न देना
ओऽ बचपन के दिन भुला न देना

ल: ( रुत बदले या जीवन बीते
दिल के तराने हों न पुराने ) -२
श: हाऽ
नैनों में बन कर सपन सुहाने
आयेंगे एक दिन यही ज़माने
ल: हाऽ
श: नैनों में बन कर सपन सुहाने
आयेंगे एक दिन यही ज़माने
यही ज़माने
ल: याद हमारी मिटा न देना
दो: आज हँसे कल रुला न देना
ओऽ बचपन के दिन भुला न देनाboth kids get separated
श: ओऽ बचपन के दिन भुला न देना
आज हँसे कल रुला न देना -२
ओऽ बचपन के दिन भुला न देनाone kid grows to become Dilip Kumar
र: ओऽ बचपन के दिन भुला न देना
आज हँसे कल रुला न देना -२
ओऽ बचपन के दिन भुला न देना