गीतकार - निदा फाजली | गायक - जगजीत सिंह | संगीत - जगजीत सिंह | फ़िल्म - इनसाईट | वर्ष - 1994
View in Romanचाँद से फूल से या मेरी जुबां से सुनिये
हर तरफ़ आपका किस्सा है जहां से सुनिये
सब को आता नहीं दुनिया को सजाकर जीना
ज़िंदगी क्या है मोहब्बत की जुबां से सुनिये
मेरी आवाज़ ही पर्दा है मेरे चेहरे का
मैं हूँ ख़ामोश जहाँ मुझको वहाँ से सुनिये
क्या ज़रूरी है के हर पर्दा उठाया जाये
मेरे हालात भी अपनी ही मकाँ से सुनिये