सच ह्यू सपने तेरे - The Indic Lyrics Database

सच ह्यू सपने तेरे

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - आशा भोंसले | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - काला बाजार | वर्ष - 1960

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सच हुए सपने तेरे झूम ले ओ मन मेरे
(चिकी चिकी चिक चा चा चै) -२
चिकी चिकी चिक चाबेकल मन का धीरज लेकर मेरे साजन आये
जैसे कोइ सुबह का भूला साँझ को घर आ जाये
प्रीत ने रँग बिखेरे झूम ले ओ मन मेरे
(चिकी चिकी चिक चा चा चै) -२
चिकी चिकी चिक चामन की पायल छम छम बोले हर एक साँस तराना
धीरे धीरे सीख लिया अखियों ने मुसकाना
हो गये दूर अंधेरे झूम ले ओ मन मेरे
(चिकी चिकी चिक चा चा चै) -२
चिकी चिकी चिक चाजिस उलझन ने दिल उलझाके सारी रात जगाया
बनी है वो आज प्रीत की माला मन का मीत मिलाया
जगमग साँझ सवेरे झूम ले ओ मन मेरे
(चिकी चिकी चिक चा चा चै) -२
चिकी चिकी चिक चा