दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ - The Indic Lyrics Database

दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - फरहान अख्तर | संगीत - शंकर - एहसान - लॉय | फ़िल्म - जिंदगी ना मिले दोबारा | वर्ष - 2011

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दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम
नज़र में ख्वाबों की बिजलियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम
हवा के झोकों के जैसे आज़ाद रहना सीखो
तुम एक दरियाँ के जैसे लहरों में बहना सीखो
हर एक लम्हें से तुम मिलो खोले अपनी बाहें
हर एक पल एक नया समा देखे यह निगाहें
जो अपनी आँखों में हैरानियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम
दिलों में तुम अपनी बेताबियाँ लेके चल रहे हो, तो ज़िंदा हो तुम