दिलबरो - The Indic Lyrics Database

दिलबरो

गीतकार - गुलजार | गायक - हर्षदीप कौर - विभा सराफ - शंकर महादेवन | संगीत - शंकर-एहसान-लॉय | फ़िल्म - राज़ी | वर्ष - 2018

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ऊँगली पकड़ के तूने चलना सिखाया था ना
दहलीज़ ऊँची है ये पार करा दे
बाबा मैं तेरी मलिका
टुकड़ा हूँ तेरे दिल का
एक बार फिर से दहलीज पार करा दे
मुड़ के ना देखो दिलबरो, दिलबरो
फसलें जो काटी जाएँ उगती नहीं हैं
बेटियाँ जो ब्याही जाएँ मुड़ती नहीं हैं
ऐसी बिदाई हो तो लम्बी जुदाई हो तो
दहलीज़ दर्द की भी पार करा दे
बाबा मैं तेरी मलिका
टुकड़ा हूँ तेरे दिल का
एक बार फिर से दहलीज पार करा दे
मेरे दिलबरो
बर्फ़ें गलेंगी फिर से
फ़सलें पकेंगी फिर से
तेरे पाँव के तले मेरी दुआ चले
दुआ मेरी चले