उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो - The Indic Lyrics Database

उमंगों पर जवानी छा गई अब तो चले आवो चले आवो

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - सुरैया | संगीत - हुस्नलाल-भगतराम | फ़िल्म - पगली | वर्ष - 1943

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उम्मीद तड़पती है रोती हैं तमन्नाएँ

उम्मीद तड़पती है रोती हैं तमन्नाएँ

दुनिया का इशारा है दुनिया से चले जाएँ

इस हुस्न की महफ़िल में हम आए तो क्यों आए

या वो ही बनें अपने या हम ही चले जाएँ

मनज़िल पे जिन्हें आकर मनज़िल न नज़र आए

वो भूले हुए राही जाएँ तो किधर जाएँ

जब अश्क मचलते हैं इक दर्द सा उठता है

तुम आँख को समझाओ हम दर्द को समझाएँ