उमंगें दिल की मचलीं मुस्कुराई ज़िंदगी अपनी - The Indic Lyrics Database

उमंगें दिल की मचलीं मुस्कुराई ज़िंदगी अपनी

गीतकार - NA | गायक - नूरजहां | संगीत - फ़िरोज़ निज़ामी | फ़िल्म - जुगनू | वर्ष - 1947

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उम्मीद भरा पंछी,था खोज रहा सजनी

उम्मीद भरा पंछी,था खोज रहा सजनी

कहता था यही पंछी,हाय देखो रे गैइ सजनी

हाय देखो रे गैइ सजनी

तारों भरी रजनी,आँचल को फ़सा रे

पूच रही हँसके,तू किसको पुकारे

तू किसको पुकारे

नैनन में नीर भरे,दर्द सम्भाले

उम्मीद भरा पंछी थ्रीदोत्स

रजनी,मोहे न सता,दिल न जला,इतना बता

कहाँ गई सजनी,ओ कहाँ गई सजनी

आँसू हैं मेरे नैनोन के,ना हो सकी ? बूँदे

दिल में लगी आग लगा,मन में मिलन के

हो मन में मिलन के

हालत मेरे,तुझे तरस न आये

उम्मीद भरा पंछी थ्रीदोत्स