बूट करूँ मैं पालिश - The Indic Lyrics Database

बूट करूँ मैं पालिश

गीतकार - तनवीर नकवी | गायक - सुरैया | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - नई दुनिया | वर्ष - 1942

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चार दिन की चाँदनी थी फिर अंधेरी रात है

चार दिन की चाँदनी थी फिर अंधेरी रात है

हम इधर हैं वो उधर हैं बेक़सी का साथ है

क्या ख़बर थी उनका दामन हाथ से छुट जायेगा

ग़म के हाथों ज़िंदगी का कारवाँ लुट जायेगा

दिल लगा कर ग़म उठायें क्या अनोखी बात है

चार दिन की चाँदनी थी फिर अंधेरी रात है

हम इधर हैं वो उधर हैं बेक़सी का साथ है