हवा चले कैसे ना तू जाने - The Indic Lyrics Database

हवा चले कैसे ना तू जाने

गीतकार - साहिर लुधियानवी | गायक - लता मंगेशकर, सहगान | संगीत - लक्ष्मीकांत, प्यारेलाल | फ़िल्म - दाग | वर्ष - 1973

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हवा चले कैसे -२
ना तू जाने ना मैं जानूँ
जाने वोही जानेहवा चले कैसे -२
ना तू जाने ना मैं जानूँ
जाने वोही जानेघटा उड़े कैसे -२
ना तू जाने ना मैं जानूँ
जाने वोही जानेथाम कर इक पल तितली का हाथ चुपके चुपके
फूल से तितली ने की क्या बात चुपके चुपके
आ ज़रा करे बता वो शायद दे बताल: हवा चले कैसे
को: हवा चले कैसे
ल: ना तू जाने ना मैं जानूँ
जाने वोही जानेपरबतों के सर पर झुकती घटायें
डालियों को छूती ठण्डी हवायें
ख़ामोशी की लय पे गाती फ़िज़ायें
मस्तियों में डूबी मीठी सदायें
कहो कौन भेजे कौन लाये
कहाँ से लाये
बोलो कहाँ से लाये
तुम भी सोचो मैं भी सोचूँ
मिल जुल के बूझें पहेलील: हवा चले कैसे -२
ना तू जाने ना मैं जानूँ
को: जाने वोही जानेबोलो बर्फ़ की चादर किसने डाली है
बोलो धुंध में ये धूप किसने पाली है
कैसे मीठे सपनों का जादू चलता है
कैसे सूरज उगता है चन्दा हैको: तुमको सब मालूम है teacher
हमको सब बतलाओ ना
ल: सात समंदर पार है एक सपनों का संसार
उसका जादूगर सरदार रखता परियों का दरबार
उसको आते खेल हज़ार करता सब बच्चों से प्यार
जाने जाने जाने वो ही जाने