तेरी आंख का जो इशारा ना होता - The Indic Lyrics Database

तेरी आंख का जो इशारा ना होता

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - रवि | फ़िल्म - नई रोशनी | वर्ष - 1967

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तेरी आँख का जो इशारा न होता
तो बिस्मिल कभी दिल हमारा न होता
तेरी आँख का ...अगर फूल तेरी हँसी न चुराते
तो बेचारे बाग़ों के दिल टूट जाते
नज़र की ये महफ़िल न आबाद होती
बहारों का ऐसा नज़ारा न होता
तेरी आँख का ...न होते अगर गेसुओं के ये साए
कहां जाते हम चोट दिल की दबाए
मोहब्बत की राहों में भटकते ही रहते
तेरी ज़ुल्फ़ का जो सहारा न होता
तेरी आँख का ...तेरा साथ है तो सफ़र है सुहाना
तेरी ही बदौलत हसीं है ज़माना
अगर हाथ में तेरा दामन न आता
कहीं भी हमारा गुज़ारा न होता
तेरी आँख का ...