आ गई अरे छप्पन छुरी एक रूपया डोगे - The Indic Lyrics Database

आ गई अरे छप्पन छुरी एक रूपया डोगे

गीतकार - वर्मा मलिक | गायक - अनुराधा पौडवाल | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - शेरनी | वर्ष - 1988

View in Roman

आ गई अरे छप्पन छुरी छम छम छम करैइ आ गई
हाँ तो क्या करेगी
अरे गाएगी नाचेगी झूमेगी और सबका दिल बहलाएगी
हाँ तो भाई जान मेहरबान क़दरदान कुछ क़दर कीजिए
याने सिर्फ़ एक रुपया दीजिए मेरे भैया एक रुपया
एक रुपया एक रुपया दोगे दो दो काम करूँगी
ओ पहले गाना गाऊँगी फिर सलाम करूँगी
एक रुपया दोगे ...ज़रा चढ़ती जवानी के नज़ारे देखना
अरे जलवे ये जलवे कंवारे देखना
मैं तो अँखियों में भर दूँगी मीठे सपने
जो कुछ हैं तुम्हारे कुछ मेरे अपने
अरे जो भी करूंगी हाँ हाँ जो भी करूँगी खुले आम करूँगी
एक रुपया दोगे ...मेरे गालों पे ज़ुल्फ़ जो मचल जाएगी
अरे कईयों की नीयत बदल जाएगी
मेरी पतली कमर में तो लोच आएगी
दीवाने दिलों को ये तड़पाएगी
हो मैं तो रातों की निंदिया हराम करूँगी
एक रुपया दोगे ...