माहि वे मुहब्बतं सच्चियां ने - The Indic Lyrics Database

माहि वे मुहब्बतं सच्चियां ने

गीतकार - देव कोहली | गायक - सुखविंदर सिंह, ऋचा शर्मा | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - कांटे | वर्ष - 2002

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ओ माही वे माही वे माही वे माही वे माही वे
माही वे मुहब्बतां सच्चियाँ ने
मंगदा नसीबा कुछ होर है
क़िस्मत दे मारे अस्सी की करिए
क़िस्मत दे मारे ओ अस्सी की करिए क़िस्मत ते किसका ज़ोर है
माही वे माही वे माही वे माही वेइक तरफ़ इश्क़ है तन्हा तन्हा
इक तरफ़ हुस्न है रुसवा रुसवा
दोनों बेबस हुए हैं कुछ ऐसे
करें तो किस से करें हम शिकवा
माही वे माही वे शिकायतां सच्चियाँ ने
मंगदा नसीबा कुछ होर है
माही वे मुहब्बतां ...दिल न टूटे ख़ुदा का ये घर है
तेरे सजदे में मेरा ये सर है
मौत से डर नहीं लगता मुझ को
सिर्फ़ तुम से जुदाई का डर है
माही वे माही वे ऐ मीतां सच्चियाँ ने
पर मंगदा नसीबा कुछ होर है
ओ माही वे मुहब्बतां ...