तेरा चिकन रूप है ऐसा अनार जैसे गदरीला - The Indic Lyrics Database

तेरा चिकन रूप है ऐसा अनार जैसे गदरीला

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - गंवार | वर्ष - 1970

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र : तेरा चिकना ( रूप है ऐसा ) -२
अनार जैसे गदरीला -२
आ : छिल जाए ना ( हाथ कहीं तेरा ) -२
बदन मेरा पथरीला -२र : सुन-सुन री पगली खाए चुगली
अँखियाँ लाज की मारी अब तक रही कुँवारी
होय कारन क्या होगा
आ : मैं तो कब से जियरवा हारी पिया की प्यारी
रही हूँ कुँवारी-कुँवारी
छिल जाए ना हाथ ...जिसने पकड़ी मेरी बहियाँ
वो न्यारा देख जले जग सारा
कि तू भी जले
र : कसम तेरे गालों की उड़ते बालों की
जल जाएगा ये दीवाना ना पछताना ना आँसू बहाना
मुझसे गोरी बाँध ले डोरी बनवा दूँगा बंगला
जो होगा रंग-रंगीला
होय बैठी राज करे
आ : मैं कंगली-कंगले की
ना भूखी बंगले की
जहाँ मेरे सजन का फेरा प्यार का डेरा वहीं घर मेरा
छिल जाए ना हाथ ...