मिला ले हाथ ले बन गई बाती - The Indic Lyrics Database

मिला ले हाथ ले बन गई बाती

गीतकार - एस रतन | गायक - नूतन, सुधा मल्होत्रा | संगीत - स्नेहल भटकर | फ़िल्म - छबिली | वर्ष - 1960

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मिला ले हाथ ले बन गैइ बात
जी अब तो रस्ता साफ़ है
मिला फिर हाथ ये कह दें साथ
कि अब तो सब कुछ माफ़ हैहो ल-ल-ल-ल ल-ल-ल-ल ला ल लाहसीनों को खबर ही नहीं
कि उन का छुपना मुश्किल है
जो दामन फेर चलते रहे
तो हम से किसी का क्यों दिल है
यहाँ सब चोर हैं दिल के
ये सब के सब ही शामिल हैं
तू चुप रहना, न कुछ कहना
तो बस फिर रस्ता साफ़ है
मिला फिर हाथ ये ...अ-हा-ह-हा-ह
हो ल-ल-ल-ल ल-ल-ल-ल ला ल लातुझे क्या तुझ को अपना दिल
कहीं न कहीं गँवाना है
मगर ये भूल मत कि हमें
भी अपना दिल बहलाना है
इरादा छोड़िये जी आप का
वहीं आना जाना है
रहेंगे चुप, न कहेंगे कुछ
अब कह दे सब कुछ माफ़ है
मिला फिर हाथ ये कह दिया साथ
कि अब तो सब कुछ माफ़ है ...मिला ले हाथ ...