मोरे जुबना का देखो उभार - The Indic Lyrics Database

मोरे जुबना का देखो उभार

गीतकार - जोश मलिहाबादी | गायक - ज़ोहरा बाई | संगीत - एस के पाल | फ़िल्म - मन की जीत | वर्ष - 1944

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मुहब्बत कर

मुहब्बत कर

जवानी है

अरे ओ छुपने वाले सुन मेरे दिल की कहानी है

मेरे दिल की कहानी है और आँखों की ज़ुबानी है

अरे ओ गाने वाले सुन अजब तेरी कहानी है

कि दिल की बात है और फिर भी आँखों की ज़ुबानी है

मुहब्बत कर

यही गाओ यही गागा के ख़ुद तुम गीत बन जाओ

मेरे सपनों की देवी हो मेरी आशा न ठुकराओ

मुहब्बत कर

नज़र बहकी क़दम बहके ये कौन आया

पवन लहके चमन महके ये कौन आया

नहीं आसान तूफ़ानों में दरिया पार कर लेना

जो तिनका डूब जाता है वो ही साहिल से मिलता है

मेरी जाँ चाहने वाला बड़ी मुश्क़िल से मिलता है