ऐ दिल प्यार की मंज़िल अब - The Indic Lyrics Database

ऐ दिल प्यार की मंज़िल अब

गीतकार - शैलेंद्र सिंह | गायक - मुकेश | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - आस का पंछी | वर्ष - 1960

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ऐ दिल प्यार की मंज़िल अब है मुक़ाबिल देख तो ले
आँचल ढल गया सर से चाँद को अपने देख तो ले
ऐ दिल प्यार की मंज़िल ...

आज के जैसी रात न होगी ये हलचल ये बात न होगी
देखने वाले देखते जा तू रोज़ तो ये बरसात न होगी
ऐ दिल प्यार की मंज़िल ...

तब एक सपना देख रहा था अब एक सपना देख रहा हूँ
क्या है नज़ारा क्या बतलाऊँ देख लो क्या-क्या देख रहा हूँ
ऐ दिल प्यार की मंज़िल ...

सामने मेरे वो जो वहाँ हैं जिनकी नज़र मेरे दोनों जहाँ हैं
काश कोई ये पूछ ले उनसे कल वो कहाँ थे आज कहाँ हैं
ऐ दिल प्यार की मंज़िल ...