चांद जाने कहाँ खो गया - The Indic Lyrics Database

चांद जाने कहाँ खो गया

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता - रफी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - मै चूप रहूंगी | वर्ष - 1962

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चांद जाने कहाँ खो गया
तुमको चेहरे से परदा हटाना न था
चांदनी को ये क्या हो गया
तुमको भी इस तरह मुस्कुराना न था
प्यार कितना जवां, रात कितनी हसीं
आज चलते हुए थम गई है ज़मीन
आँख तारें झपकने लगे
ऐसी उल्फ़त का जादू जगाना न था
प्यार में बेख़बर, हम कहाँ आ गये
मेरी आँखों में सपने से क्यों छा गये
दो दिलों की है मंज़िल यहाँ
तुम न आते तो हमको भी आना न था