चाँद है वही सितारें हैं वही गगन - The Indic Lyrics Database

चाँद है वही सितारें हैं वही गगन

गीतकार - भरत व्यास | गायक - गीता | संगीत - अरुण कुमार | फ़िल्म - परिणीता | वर्ष - 1953

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चाँद है वही सितारें हैं वही गगन
फिर भी क्यों उदास है उदास मेरा मन
उदास मेरा मन चाँद है वही ...

कौन था मिला मुझे जो मिल के खो गया
कौन मेरे पास आ के दूर हो गया
फूल है वही फूल है वही बहारें हैं वही चमन
फिर भी क्यों उदास है उदास मेरा मन
उदास मेरा मन चाँद है वही ...

आज मेरे मन की बाँसूरी भी मौन है
जिस को ढूँढते मेरे नयन वह कौन है
राग है वही राग है वही पराग है वही पवन
फिर भी क्यों उदास है उदास मेरा मन
उदास मेरा मन चाँद है वही ...$