चाँद अकेला जाए सखी री - The Indic Lyrics Database

चाँद अकेला जाए सखी री

गीतकार - राही मासूम रज़ा | गायक - येसुदास | संगीत - जयदेव | फ़िल्म - आलाप | वर्ष - 1977

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चाँद अकेला जाए सखी री
काहे अकेला जाए सखी री
मन मोरा घबराए री
सखी री, सखी री, ओ सखी री
वो बैरागी, वो मनभावन
कब आएगा मोरे आँगन
इतना तो बतलाये री
सखी री, सखी री, ओ सखी री
अंग अंग में होली दहके
मन में बेला चमेली महके
ये ऋत क्या कहलाए री
भाभी री, भाभी री, ओ भाभी री