चांद आहें भरेगा, फूल दिल थाम लेंगे - The Indic Lyrics Database

चांद आहें भरेगा, फूल दिल थाम लेंगे

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मुकेश | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - फूल बने अंगारे | वर्ष - 1963

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चाँद आहें भरेगा, फूल दिल थाम लेंगे
हुस्न की बात चली तो सब तेरा नाम लेंगे
ऐसा चेहरा है तेरा, जैसे रोशन सवेरा
जिस जगह तू नहीं है, उस जगह है अंधेरा
कैसे फिर चैन तुझ बिन तेरे बदनाम लेंगे
आँख नाज़ूक सी कलियाँ, बात मिस्री की ड़लियाँ
होंठ गंगा के साहिल, जुल्फें जन्नत की गलियाँ
तेरी खातिर फरिश्तें सर पे इल्ज़ाम लेंगे
चुप ना होगी हवा भी, कुछ कहेगी घटा भी
और मुमकिन है तेरा, जिक्र कर दे खुद़ा भी
फिर तो पत्थर ही शायद ज़ब्त से काम लेंगे