जान-ए-चमन शोला-बदन - The Indic Lyrics Database

जान-ए-चमन शोला-बदन

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, शारदा | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - गुमनाम | वर्ष - 1960

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र: जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ
शा: ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ
र: हाय
जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ
शा: हाय
ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ

र: ( मदहोश है ज़िंदगी
चारों तरफ़ बेख़ुदी )-२
थामो मुझे मैं गिरा-२
लहराये दिल की लगी
जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ
शा: ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ

( पानी जो हम पर गिरे
इक आग तन में लगे )-२
तुमको ख़बर क्या सनम-२
कहते हैं उल्फ़त इसे
ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ
र: होय-होय
जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ

( बादल से बरसे नशा
भीगी हुई है फ़िज़ा )-२
शा: ठण्डी हवा जब चले-२
काँपे है दिल का दिया
ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ
र: हाय
जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ
शा: हाय
ओ मेरे दिल मेरे हमदम बाँहों में आ जाओ
र: जान-ए-चमन शोला-बदन पहलू में आ जाओ