साइयाँ - The Indic Lyrics Database

साइयाँ

गीतकार - | गायक - | संगीत - | फ़िल्म - | वर्ष - 2014

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कल मीरा तदपि कान्हा को
सब लाज समाज गंवायी रे
अब प्रेम में तड़पन तरसैं की
है बारी कान्हा की आई रे

मेरी जान गयी
हूँ तेरा खेल हुआ
मुझसे मैं रूठा
मुझ में मैं टूटा

होऊ मुझसे मैं रूठा
मुझ में मैं टूटा
मुझको मैंने
इश्क़ वफ़ा में
खुद ही है लूटा
लुट लुट के लुट लुट के
जीना है मरना
बांके यार बिना

साइयाँ हुड्ड
मैं की करां
सैयां जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ
साइयाँ हुड्ड
मैं की करां
सैयां जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ

मुझसे मैं रूठा
मुझ में मैं टूटा
मुझको मैंने
इश्क़ वफ़ा में
खुद ही है लूटा
लुट लुट के लुट लुट के
जीना है मरना
बांके यार बिना

साइयाँ हुड्ड
मैं की करां
सैयां जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ
साइयाँ हुड्ड
मैं की करां
सैयां जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ

हो सपनो के शीशे टूटे
दुःख की दरार से
चाह के भी निकले न
मन मझधार से
कोई भी न बोले और
कोई भी बुलाये न
फिर भी आवाज़ें
सुने बादलों के पार से

रूस रूस के रूस रूस के
मन से मन जाना
खुद ही यार बिना

साइयाँ हुड मैं की करां
साइयाँ जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ
साइयाँ हुड्ड माईन की करां
सैयां जीना या मरण
साइयाँ राब मुझसे खफा
साइयाँ.