तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं - The Indic Lyrics Database

तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - लता मगेशकर - किशोर कुमार | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - अलग अलग | वर्ष - 1985

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कागज़ कलम दवात ले ये किस्सा लिखे कोई
रांझा रांझा करते फिर एक हीर दीवानी होई
जबसे तुझको देखा है मैं सबको भूल गई हूँ
औरों की क्या बात करें मैं रब को भूल गई हूँ
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
क्या शादी क्या डोली कैसे चार गवाह क्या काज़ी
दुनिया से क्या लेना देना दिल राज़ी रब राज़ी
जोगी बन को जाये मुझको जाना तेरे द्वारे
तेरे द्वारे को जाते दुनिया के रस्ते सारे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
लाज के पहरे टूट गए ना टूटा प्यार का वादा
जब जब श्याम ने बन्सी छेड़ी तड़प उठी ये राधा
प्रेम के रस्ते में है ऊँचे परबत सागर गहरे
हम प्रेमी आँखों से अंधे और कानों से बहरे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
मुझे क्या हो गया कुछ याद नहीं
तूने क्या कर दिया कुछ याद नहीं
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं
तेरी सूरत मूरत में अपनी तस्वीर मैं देखूँ
तेरी ज़ुल्फ़ों में उलझी अपनी तक़दीर मैं देखूँ
तू मुझमें, मैं तुझमें एक दूजे में दोनों ऐसे
फूल में ख़ुश्बू, दीप में ज्योती, सिप में मोती जैसे
तेरे नाम के सिवा कुछ याद नहीं