तेरे मेरे सपने, अब एक रंग हैं - The Indic Lyrics Database

तेरे मेरे सपने, अब एक रंग हैं

गीतकार - शैलेंद्र | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - सचिन देव बर्मन | फ़िल्म - मार्गदर्शक | वर्ष - 1965

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तेरे मेरे सपने, अब एक रंग हैं
जहाँ भी ले जाए राहें, हम संग हैं
मेरे तेरे दिल का तय था एक दिन मिलना
जैसे बहार आने पर, तय है फूल का खिलना
ओ मेरे जीवन साथी.. ..
तेरे दुःख अब मेरे, मेरे सुख अब तेरे
तेरे ये दो नैना, चाँद और सूरज मेरे
ओ मेरे जीवन साथी.. ..
लाख मना ले दुनिया, साथ न ये छूटेगा
आ के मेरे हाथों में हाथ न ये छूटेगा
ओ मेरे जीवन साथी.. ..